Wednesday 14 March 2018

कम से कम पैसे में IAS परीक्षा की तैयारी कैसे करें?


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साल 2017 में कई ऐसे लोगों ने IAS की परीक्षा उत्तीर्ण की है जिन्होंने सिर्फ घर पे रहकर ही IAS परीक्षा की तैयारी की थी। इनमे बहुत से छात्र ऐसे हैं जो मध्यम वर्गीय परिवारों से हैं और उनके पास दिल्ली जैसे बड़े शहर में आकर पढने के पैसे नहीं थे । हमेशा से यह माना जाता रहा है की IAS परीक्षा की तैयारी करना एक बहुत ही खर्चीला काम है । लेकिन Internet तथा खासकर Jio के आने के बाद से यह समीकरण बदल गया है ।
यहाँ हम IAS परीक्षार्थियों के लिए यह बताने की कोशिश कर रहे हैं की IAS परीक्षा की तैयारी घर से भी की जा सकती है लेकिन कुछ चीजे तो उसके लिए भी वांछनीय हैं । जैसे एक लैपटॉप या टेबलेट , एक इन्टरनेट कनेक्शन और सबसे जरुरी - इन्टरनेट उपयोग करने की विधा।
निम्नलिखित आलेख में, हमने उन छात्रों के लिए एक कार्यनीति तैयार करने की कोशिश की है जो दिल्ली में रहने या IAS कोचिंग आदि में शामिल होने का खर्च नहीं उठा सकते हैं।
घर पर रह कर पढाई करें
IAS की तैयारी के दौरान एक महानगर (जैसे दिल्ली) में रहना खर्चीला साबित हो सकता है। इसके अलावा एक नए शहर की जीवनशैली को समायोजित करने और कोचिंग-सेंटरों के कार्यक्रमों के अनुकूल पढाई करना बहुत मुश्किल हो जाता है। आपको कोचिंग के कार्यक्रम के हिसाब से ही अपनी दिनचर्या निर्धारित करनी होती है। IAS कोचिंग की फीस बहुत ज्यादा होती हैं जो की औसत परिवारों के छात्रों के लिए जुटा पाना बहुत मुश्किल होता है।
दूसरा सबसे महत्वपूर्ण व्यय है भोजन और अन्य सुविधाओं का प्रबंधन करना है। कई बार बाहर का भोजन स्वस्थ्य को नुक्सान पहुचाता है और अभ्यर्थी की तबियत खराब हो जाती है इसलिए अपने घर में हीं आराम से अध्ययन करने और कड़ी मेहनत करने के लिए अपने कमरे को ही सबसे अच्छी जगह बनायें। घर में IAS उम्मीदवार की एकमात्र जिम्मेदारी होती है की वह अच्छी तरह से पढाई करे। इसके अलावा इस तनावपूर्ण IAS की तैयारी के दौरान आवश्यक सभी नैतिक सहयोग परिवार और दोस्तों से उपलब्ध हो जाता है।
सभी रूप में डिजिटल प्लेटफार्म इस्तमाल करे
e-learning उन सभी छात्रों के लिए एक वरदान है जो दिल्ली या किसि अन्य महानगर के खर्चों का भार उठा नहीं सकते हैं। आपके सभी प्रश्नों और समस्याओं के लिए ऑनलाइन जाना आपकी प्राथमिकता होनी चाहिए और डिजिटल नोट्स बनाना सीखना चाहिए। इस प्रकार की पढ़ाई के लिए आपको केवल जरूरत है एक अच्छे लैपटॉप या टैबलेट और एक औसत गति वाले इंटरनेट कनेक्शन की। कई ऐसी websites हैं जिन्हें छात्रों द्वारा व्यापक रूप से अध्ययन सामग्री को समेकित करने और नोट्स बनाने के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है।
अख़बार: सस्ता और सबसे प्रभावी स्रोत
स्व-अध्ययन के दौरान अक्सर पूछे जाने वाला प्रश्न यह है कि महंगी अध्ययन सामग्री, नोट्स और पुस्तकें कैसे व्यवस्थित करें। इस प्रश्न का हल है कि अखबारों और सरकारी पत्रिकाओं को ज्यादा से ज्यादा पढ़ें जो कि एक सस्ता और कुशल स्रोत है और जितना संभव हो उतना अपने पढ़ने की आदतों में शामिल करें। अखबार देश के हर कोने में उपलब्ध है और इसलिए देश में कहीं से भी तैयारी कर रहे सभी छात्रों के लिए परीक्षा का एक स्तर बनाए रखता है।
ख़ास बात यह है की लगभग सब अखबार ऑनलाइन उपलब्ध है। छात्र कोई आर्टिकल डाउनलोड करके या ऑनलाइन भी पढ़ सकते हैं । ऑनलाइन अखबार से डिजिटल नोट्स बनाकर अपने व्यक्तिगत तरीके से उसको रखा जा सकता है। इन डिजिटल नोट्स में अन्य किताबों की मदद से संशोधन भी आसान होता है ।
विषयों के नोट्स बनाना निस्संदेह एक बुद्धिमान कदम होता है यह दो उद्देश्यों को हल करेगा- एक, यह आपको विषयों पर एक अंतर्दृष्टि देगा जैसा कि पाठ्यक्रम और दूसरा की यह परीक्षा के दौरान काफी समय बचाएगा क्योंकि आपको बार-बार किताबो का उल्लेख नहीं करना पड़ेगा।
केवल प्रचलित पुस्तकें खरीदें
कई IAS Toppers  ने कई बार सुझाव दिया है कि IAS उम्मीदवारों को एक ही किताब को बार-बार दोहराना चाहिए। सही दिशा में जाने के लिए आप प्रत्येक विषय के लिए कई पुस्तकों का हवाला देने के बजाय प्रत्येक विषय या विषयों के लिए एक सर्वत्र प्रचलित पुस्तक का चयन कर सकते हैं। यह न केवल आपके समय को बचाएगा बल्कि आपको सही मार्गदर्शन प्राप्त करने में मदद करेगा।
कई किताबें pdf प्रारूप में ऑनलाइन उपलब्ध हैं फिर भी अगर खरीदना हो तो केवल प्रचलित किताबें ही  खरीदनी चाहिए तथा भारत की राजव्यवस्था के लिए लक्ष्मीकांत, भारतीय भोगोल की लिए खुल्लर, भारतीय अर्थव्यवस्था के लिए दत्त और सुंदरम, प्रमुख सामाजिक विज्ञान विषयों के लिए एक सर्वत्र प्रचलित अध्ययन सामग्री पर निवेश करना चाहिए।
सभी NCERT किताबें ऑनलाइन फ्री में उपलब्ध हैं । इन्हें अध्यायवार भी डाउनलोड करने किया जा सकता है।



ऑनलाइन पोर्टल को प्राथमिकता देनी चाहिए
IAS उम्मीदवार ऑनलाइन कोचिंग का विकल्प चुन सकते हैं जो आमतौर पर कोचिंग लेने के लिए नए शहर में जाने से सस्ता होता है। एक अच्छा डाक पाठ्यक्रम, अध्ययन सामग्री और एक व्यापक परीक्षण श्रृंखला सभी के लिए अनुकूल साबित हो सकती है।
कई youtube चैनल हैं, जो छात्रों के लिए मुफ्त उपलब्ध हैं, जिनका IAS उम्मीदवारों को लाभ उठाना चाहिए। प्रत्येक छात्र की अपनी अनूठी प्रतिभा और कमजोरियां होती हैं और इसलिए छात्रों को इन सभी बातों को ध्यान में रखकर ही कोर्स को चुनाव करना चाहिए जो उनके लिए उपयुक्त हो । संक्षेप में, एक IAS उमीदवार ऑनलाइन मंच पर अपनी IAS की तैयारी का खुद ही निर्माता है।

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एक अच्छा अध्ययन समूह बनाए
आजकल facebook की मदद से बहुत ही आसानी से IAS परीक्षा की तैयारी करने वालों को ढूढा जा सकता है। तथा Whatsapp की मदद से ऐसे अभ्यर्थियों का समूह भी बनाया जा सकता है । किसी भी विषय पे चर्चा करने से उस विषय के बारे में जानकारी में वृद्धी होती है।
चर्चा तथा वाद विवाद करने से किसी भी टॉपिक के बारे में उसके अनेक आयाम सामने आते है जो की IAS परीक्षा के लिए बहुत ही ज्यादा लाभकारी है।
निष्कर्ष
साल 2017 में  देखा जाए तो UPSC सिविल सर्विस परीक्षा में सफ़लता के लिए कैसे और कहाँ आपने अध्ययन किया वह माएने नहीं रखता। हाल के वर्षों में, कई IAS Toppers ने यह बताया है कि वह भी पारंपरिक तरीकों की जगह डिजिटल प्लेटफ़ॉर्म पर अध्ययन करना पसंद करते थे। कई IAS Toppers ने pdf फॉरमेट पर अपने नोट्स पोस्ट किए हैं जो बताता हैं कि उन्होंने ऑनलाइन अध्ययन सामग्री का उपयोग किया और नोट्स बनाए।



स्वम अध्ययन करने वाले छात्रों को प्रभावी ढंग से अपने समय का प्रबंधन करना चाहिए, अनुशासित होना चाहिए, परीक्षण करना, स्वयं बनाये नोट्स पढनेंचाहिए और सबसे महत्वपूर्ण - यह उम्मीद रखनी चाहिए कि वे सीमित धन के साथ भी IAS की परीक्षा में सफ़लता प्राप्त कर सकते हैं।

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